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- Photos: महाकुंभ में नागा साधुओँ का जश्न

शैव संप्रदाय से अलग उदासीन अखाड़ों में भी दीक्षा संस्कार होगा लेकिन इसकी प्रक्रिया बहुत ही सहज होती है. इस अखाड़े में किसी भी संन्यासी को शामिल करने से पहले उसकी संकल्प की परीक्षा ली जाती है. इसके लिए सन्यासी बनने के इच्छुक व्यक्ति को साथ रखकर सालों परीक्षा ली जाती है और जिससे संन्यासी बनने के योग्य पाया जाता है उसे कुंभ में अपने अखाड़े में शामिल कर लिया जाता है.
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